मुझे तो लोगो ने मनहूस करार दे दिया
मुझे तो अपनों ने सदाचार से दुराचार दे दिया
वहा भटक भी जाता मैं जिन गलियों मैं वो थे
वहा रूक भी जाता मैं जी गलियों मैं वो थे |
हम तो उस दिन भी मोहबब्त करने गए थे
जिस दिन उन होने मुझे मुझे बे वफ़ा करार देदिया ||
मनहूस तो सायद था ही में
मनहूस ही जन्मा था मैं
तभी तो आपने मुझे कन्यादान का पुकार देदिया ....
मोहबब्त के कीड़े मर गए दिल ही दिल में
दीवाना बे मोहबब्त किये मशहूर हो गया
जहाँ दिन के उजालों में खुला प्यार चलता हो
वहा उनकी शादी देखने को भी मैं मजबूर हो गया
किस को पुकारू में लोगो ने चार कन्धा दे दिया
बारिश ने भी साथ न दिया फिर मिटटी के हवाले कर दिया
मुझे तो लोगो ने मनहूस करार दे दिया
दिनेश पारीक
मुहब्बत में ठुकराए जाने पे ऐसा सोचना उचित नहीं ... मुहब्बत करते रहें ... वो अपना हजी लिंगे एक दिन ...
जवाब देंहटाएंman ko vythith karti rachna......
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंगणेशचतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ!
दिल को छू गई ये पंक्तियाँ
जवाब देंहटाएंभावमय करते शब्द ।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी कविता !
जवाब देंहटाएंप्यार में अक्सर ऐसा ही होता है.
जवाब देंहटाएंlogon ka kam hai kahna ....apna aatmvishwas bnaye rakhna hai ...
जवाब देंहटाएंआपको हिंदी लिखने में बहुत अधिक सुधार की जरुरत हैं,खास कर मात्रों में ...जैसे वहाँ ..लिखना चाहिए और आपने वहा लिखा है ....इस ओर भी ध्यान दे ....आभार
जवाब देंहटाएंhan ye hi koshis kar raha hun Anju ji
हटाएंबहुत ही बढ़िया । मेरे नए पोस्ट समय सरगम पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट कृति
जवाब देंहटाएं--- शायद आपको पसंद आये ---
1. अपने ब्लॉग पर फोटो स्लाइडर लगायें
gamgin kar gayi aapki rachna . Badhai!!
जवाब देंहटाएंमर्मस्पर्शी कविता -अतिसुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी कविता !
जवाब देंहटाएंसंवेदनाएँ इस मोहब्बत के लिये. बधाई सुंदर कविता के लिये.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर रचना है , बधाई |
जवाब देंहटाएंsunder likhe......
जवाब देंहटाएंदिल के दर्द को बखूबी से बयाँ किया है बढ़िया प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंऔर भी ग़म हैं ज़माने में मुहब्बत के सिवा,........किन्तु .कविता अपनी बात कह रही है..
जवाब देंहटाएंमनहूस तो सायद था ही में
जवाब देंहटाएंमनहूस ही जन्मा था मैं
तभी तो आपने मुझे कन्यादान का पुकार देदिया ...
really nice.
meri post KYUN??? swalon ke kuch silsile. jarur padiyega.
http://udaari.blogspot.in
बहुत सुंदर रचना
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