लम्हा लम्हा गुजरता रहा , चाँद भी मंद मंद चलता रहा
छटते रहे गमो के बादल आँखों मैं सेलाब उमड़ता रहा
चाँद भी आज अपनी फलक पे था
हम धरती पे थे मेरा मन आसमान पे था
कुछ यादगार लम्हों के करीब पंहुचा ही था की ?
चिडियों की चहचहाने की आवाज़ आने लगी
कुछ अधुरा २ सा लगता है , कुछ मन गमसुम सा
चोराहे पे खुशिया है खिड़किया बंद पड़ी है
आज चाँद नज़र आया नहीं मैं यु ही जलता रहा
चोराहे पे खुशिया है खिड़किया बंद पड़ी है
जवाब देंहटाएंआज चाँद नज़र आया नहीं मैं यु ही जलता रहा
खिड़कियों का खुलना जरुरी है ...
गहन भाव .. सुंदर !
गहन अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंकल 29/07/2012 को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
दिल को छू गयी आप की रचना
जवाब देंहटाएंबहुत खूब...
जवाब देंहटाएंवाह....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना......
अनु
बहुत उम्दा!
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ॥सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंचौराहे पे खुशिया है, खिड़किया बंद पड़ी है(देर क्यूँ ,मौका बार-बार नहीं मिलता)
जवाब देंहटाएंआज चाँद नज़र आया नहीं मैं यूँही जलता रहा(कल भी आयेगा)
रचना बहुत सुन्दर हैं .... !!
सुन्दर रचना, बधाई.
जवाब देंहटाएंbehtareeen...........
जवाब देंहटाएंकुछ यादगार लम्हों के करीब पंहुचा ही था की ?
जवाब देंहटाएंचिडियों की चहचहाने की आवाज़ आने लगी
दिल को छू गयी आप की रचना
behtreen rachna ke liye badhai sweekaren.........
जवाब देंहटाएंआपकी रचना बहुत गहन अर्थों को लिए हुए, मन के बंधों को छूकर निकली है, बधाई अच्छे लेखन के लिए.
जवाब देंहटाएंbahut sunder prastuti
जवाब देंहटाएंsundar abhivyakti...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंचाँद देखना हो तो खिड़कियाँ खुली होनी चाहियें .. मन की भी ...
जवाब देंहटाएंभाव लिए रचना ...
चोराहे पे खुशिया है खिड़किया बंद पड़ी है
जवाब देंहटाएंआज चाँद नज़र आया नहीं मैं यु ही जलता रहा
मन को छू लेने वाली रचना....
बेहतरीन है.. बेहतरीन!
जवाब देंहटाएंभाई साहब अच्छी अभिव्यंजना है चार चाँद लग जाएँ यदि कुछ ऐसा हो जाए -कुछ अधूरा अधूरा सा लगता है ,कुछ मन गुमसुम सा ,चौराहे पे खुशियाँ ,खिड़कियाँ बंद पड़ी हैं ,आज चाँद नजर आया नहीं ,मैं यूं ही जलता रहा .....शुक्रिया .
जवाब देंहटाएंकुछ अधुरा २ सा लगता है , कुछ मन गमसुम सा
चोराहे पे खुशिया है खिड़किया बंद पड़ी है
आज चाँद नज़र आया नहीं मैं यु ही जलता रहा
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंकान्हा जी के जन्मदिवस की हार्दिक बधाइयां ..
जवाब देंहटाएंहम सभी के जीवन में कृष्ण जी का आशीर्वाद सदा रहे...
जय श्री कृष्ण ..