मंगलवार, 8 मई 2018

एक किसान हूँ मैं

एक किसान हूँ मैं

किसान हूँ मैं ,परेशान हूँ मैं,
सरकार कोई भी हो, हैरान हूँ मैं||
कभी आकाश तो कभी धरती का कदरदान हूँ मैं,
कभी बेटे की पढाई,तो कभी बेटी की सगाई के लिए 
परेशान हूँ मैं,
क्योंकि किसान हूँ मैं||
कभी बारिस के ओलों,तो कभी आग के शोलों से 
कभी बैंक के ऋण से तो कभी भागदौड़ की भीड़ से
 हैरान हूँ मैं,
क्योकि किसान हूँ मैं,
कभी बगैर विकास के तो कभी विज्ञान के विनाश से 
मरता हूँ,
क्योकि किसान हूँ मैं,
जय-जवान जय-किसान का नारा है
क्योकि देश को इन्हीं का सहारा है |
लेकिन अनपढ़ गवार हूँ मैं ,
क्योकि किसान हूँ मैं,
कड़कती धूप हो या सर्द रातें ,
इतनी मेहनत से सभी हैं कतराते,
मदद के लिए ठोकरें खाता हूँ 
क्योंकि किसान हूँ मैं,
लेकिन देश के लिए मिसाल हूँ मैं||
-आशीष त्रिपाठी

13 टिप्‍पणियां:

  1. बेनामीजनवरी 15, 2020

    I read this article. I think you put a lot of effort to create this article.
    I appreciate your work.satta king record chart result gali

    जवाब देंहटाएं
  2. Thanks so much with this fantastic new web site. I’m very fired up to show it to anyone. It makes me so satisfied your vast understanding and wisdom have a new channel for trying into the world.
    If you want Digital Marketing Serives :-
    Digital marketing Service in Delhi
    SMM Services
    PPC Services in Delhi
    Website Design & Development Packages
    SEO Services PackagesLocal SEO services
    E-mail marketing services
    YouTube plans

    जवाब देंहटाएं
  3. hello this is my new site please checkout here by clicking on itkalyanchartresult

    जवाब देंहटाएं
  4. By installing LED strip lights behind tv to increase the general brightness in your room, you can reduce eye strain caused by the sharp.

    जवाब देंहटाएं