tag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post4715244620468076809..comments2024-03-03T06:06:07.350+05:30Comments on उड़ान मन की : मत कहो कि हार गई Dinesh pareekhttp://www.blogger.com/profile/00921803810659123076noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-25889433745879237832013-01-09T10:39:40.795+05:302013-01-09T10:39:40.795+05:30बहुत सुन्दर लेख... हवाओं के रुख संग हम उड़ते चले ह...बहुत सुन्दर लेख... हवाओं के रुख संग हम उड़ते चले है तिनको की तरह ... कि आओ अब मिल कर हम इस रुख को बदल दें ... नूतन डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-14511194104498614122013-01-08T11:55:07.616+05:302013-01-08T11:55:07.616+05:30 jindgi aisa lagata hai hr roj har rhi hai .......... jindgi aisa lagata hai hr roj har rhi hai .......bhagwan jane kya kya din dekhega ye sanskaron ka desh <br />Naveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-55270466144469984162013-01-05T20:08:16.135+05:302013-01-05T20:08:16.135+05:30पता नहीं ये नेता किस मिटटी के बने होते हैं ,इनके उ...पता नहीं ये नेता किस मिटटी के बने होते हैं ,इनके उपर कोइ भी दवा कारगर नहीं होती,हमारी चीख का कोए असर इनपर नहीं होगा ,Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14500351687854454625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-76808537758465017282013-01-01T21:25:48.435+05:302013-01-01T21:25:48.435+05:30आपकी भावनाओं को सलाम है दिनेश जी ....
वक़्त चिल्ला...आपकी भावनाओं को सलाम है दिनेश जी ....<br />वक़्त चिल्लाने का ही है ......!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-30305473017809140062013-01-01T12:23:51.905+05:302013-01-01T12:23:51.905+05:30दिन तीन सौ पैसठ साल के,
यों ऐसे निकल गए,
मुट्ठी म...दिन तीन सौ पैसठ साल के, <br />यों ऐसे निकल गए,<br />मुट्ठी में बंद कुछ रेत-कण, <br />ज्यों कहीं फिसल गए।<br />कुछ आनंद, उमंग,उल्लास तो <br />कुछ आकुल,विकल गए।<br />दिन तीन सौ पैसठ साल के, <br />यों ऐसे निकल गए।।<br /><b>शुभकामनाये और मंगलमय नववर्ष की दुआ !<br />इस उम्मीद और आशा के साथ कि</b><br />ऐसा होवे नए साल में, <br />मिले न काला कहीं दाल में, <br />जंगलराज ख़त्म हो जाए,<br />गद्हे न घूमें शेर खाल में।<br /><br />दीप प्रज्वलित हो बुद्धि-ज्ञान का, <br />प्राबल्य विनाश हो अभिमान का, <br />बैठा न हो उलूक डाल-ड़ाल में, <br />ऐसा होवे नए साल में। <br /><br /><b>Wishing you all a very Happy & Prosperous New Year.<br /><br />May the year ahead be filled Good Health, Happiness and Peace !!!</b>पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-47821685121535751392013-01-01T07:54:29.351+05:302013-01-01T07:54:29.351+05:30नूतन वर्षाभिनंदन मंगलकामनाओं के साथ.नूतन वर्षाभिनंदन मंगलकामनाओं के साथ.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-82616935962785400262012-12-31T23:13:24.144+05:302012-12-31T23:13:24.144+05:30 सुंदर प्रस्तुति
नववर्ष की हार्दिक बधाई।।। सुंदर प्रस्तुति<br />नववर्ष की हार्दिक बधाई।।।Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-8767519860463893292012-12-31T20:34:00.642+05:302012-12-31T20:34:00.642+05:30नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ... आशा है नया वर्ष न्...नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ... आशा है नया वर्ष न्याय वर्ष नव युग के रूप में जाना जायेगा।<br /><br /><b>ब्लॉग:</b> <a href="http://j.mp/T4zlzD" title="Read poetry of Vinay Prajapati..." rel="nofollow">गुलाबी कोंपलें - जाते रहना...</a>Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-82851285397193061832012-12-30T21:29:27.504+05:302012-12-30T21:29:27.504+05:30निशब्द हूँ...क्या कहूँ?निशब्द हूँ...क्या कहूँ?Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-50783438759198309432012-12-30T14:34:29.262+05:302012-12-30T14:34:29.262+05:30सचमुच शर्म की बात है सचमुच शर्म की बात है Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-72324655915761005472012-12-30T14:33:31.980+05:302012-12-30T14:33:31.980+05:30 सोचनीय स्थिति बरकरार रही आई है इसीलिए यह दिन देखन... सोचनीय स्थिति बरकरार रही आई है इसीलिए यह दिन देखना पड़ा है .गमजदा लोगों में सरकारी तमाशबीन भी चले आ रहें हैं कुछ शातिर भी कोहनी मार सम्प्रदाय के महिलाओं को धकिया रहें हैं <br /><br /><br />भीड़ में अनजान बने .यही मानसिकता बदलनी चाहिए .क्या हो सकता है ऐसे संवेदन हीन समाज में सिवाय सामूहिक पिटाई के और यही वक्त है वह होनी चाहिए .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-249317021216019092012-12-30T14:27:07.278+05:302012-12-30T14:27:07.278+05:30राजनीति करने वालों को छोड़ के आज सभी शर्मिंदा हैं ...राजनीति करने वालों को छोड़ के आज सभी शर्मिंदा हैं ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-45457120353613629872012-12-30T07:41:05.548+05:302012-12-30T07:41:05.548+05:30आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी। मेरे नए पोस्सट पर आप आमं...आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी। मेरे नए पोस्सट पर आप आमंत्रित हैं। धन्यवाद।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-47816511817765594292012-12-29T23:16:51.655+05:302012-12-29T23:16:51.655+05:30कोई शब्द नहीं है ...कहने को कोई शब्द नहीं है ...कहने को Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-52192150774280972052012-12-29T17:24:46.505+05:302012-12-29T17:24:46.505+05:30jane kyu kuchh karna nhi chahti hai sarkare ....
त...jane kyu kuchh karna nhi chahti hai sarkare ....<br />तेरी बेबसी का, दिल को मलाल बहुत है दामिनी<br />शर्म आती है अब तो, खुद को इंसान कहने पर।<br />http://ehsaasmere.blogspot.in/ Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05063506423123114343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-39831074864206885322012-12-29T14:44:23.342+05:302012-12-29T14:44:23.342+05:30जो बात आपने कही है वे सब नेतायों के लिए "छोटी... जो बात आपने कही है वे सब नेतायों के लिए "छोटी छोटी बातें बड़े शहरों में हुआ करती है" कह कर भूल जायेंगे :हम सलाम करते हैं निर्भय को -<br /> मेरी पोस्ट :निर्भय को श्रद्धांजलिकालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-37029331905642165802012-12-29T11:26:33.575+05:302012-12-29T11:26:33.575+05:30ये तो अपने सही कहा ये आशु भी सिर्फ दिखावे के ह...ये तो अपने सही कहा ये आशु भी सिर्फ दिखावे के हैं <br />मन करता है चिलाऊ इतना ज़ोर से की देश जाग जाये <br />यार फिर चिलाके मेरा दम निकल जाये <br />अब बंद भी करो ये श्रधांजलि देना तेरे रिश्ता भी क्या था उस के साथ <br />वो मरी नहीं हम ने उस को मार दी श्रधांजलि दे दे कर और मोमबतिया जला जला के <br />Dinesh pareekhttps://www.blogger.com/profile/00921803810659123076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-60333885048143745582012-12-29T11:26:32.670+05:302012-12-29T11:26:32.670+05:30निःशब्द , स्तब्ध , निर्विकार, गमगीन,
अफ़सोस , संवेद...निःशब्द , स्तब्ध , निर्विकार, गमगीन,<br />अफ़सोस , संवेदना, आंसू, नाराज़गी और<br />शमिन्दगी .......कुछ भाव और भी है ...ये सुबह<br />नहीं हो सकती....ये मानव इतिहास के पतन<br />की रात शुरू हो रही है ....<br />करोडो दुआए उसने नहीं सुनी ..शायद पीडिता ने<br />ही माँगा हो स्वर्ग ...हाइस नरक के बेहतर<br />ही था...<br />बस ! दुआ<br />करो की उसकी आत्मा को शांति मिले ...<br />2012 इससे बुरा कुछ नहीं दे सकता था ......ये<br />दुनिया ख़त्म 21 तारीख को नहीं हुई ..पर<br />हा अब ऐसे संकेत जरुरमिल गए है ..की अब ख़त्म<br />होने में देर नहीं ....:(<br />दिल्ली गैँगरेप पीङीता दमिनी को हमारी तरफ से<br />सच्ची SARDHANJALI<br />भगवान उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करेँ।गजानन्द सुथारhttps://www.blogger.com/profile/08242664746394785300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-136608227157311629.post-47098720803662036092012-12-29T11:25:27.831+05:302012-12-29T11:25:27.831+05:30देश शर्मिंदा है..देश शर्मिंदा है..महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/18051207879771385090noreply@blogger.com