गुरुवार, 11 मार्च 2021
कार्टून :- बंगाल की चुनावी हिंसा से धंधे चमके
वास्तु के अनुसार बच्चों का कमरा
वास्तु के अनुसार बच्चों का कमरा
बच्चों में माता−पिता की जान बसती है। हर मां−बाप अपने बच्चों को बेस्ट ही देना चाहते हैं। उनकी यह मनोकामना होती है कि उनका बच्चा जीवन के हर क्षेत्र में न सिर्फ सफलता हासिल करें, बल्कि वह एक स्वस्थ व खुशनुमा जीवन भी व्यतीत करे। अगर आप भी अपने बच्चे का एक उज्ज्वल भविष्य देखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको उनके कमरे को भी सही तरीके से व्यवस्थित करना होगा। वास्तु अनुसार बनाया गया बच्चों का कमरा उन्हें स्वास्थ्य, सफलता, कुशाग्र बुद्धि व शांति प्रदान करता है।
अगर आप अपने जिगर के टुकड़े के लिए अलग से कमरा बनवाने की सोच रहे हैं तो उसे सही दिशा में ही बनवाएं। बच्चे का कमरा बनवाने के लिए पश्चिम दिशा बेस्ट है। वैसे इसके अतिरिक्त अगर आप चाहें तो पश्चिम, उत्तर, उत्तर−पूर्व और दक्षिण−पूर्व में भी बच्चों का कमरा बनवा सकते हैं। बच्चों का कमरा कभी भी दक्षिण−पश्चिम दिशा में नहीं बनवाना चाहिए। हालांकि लड़कियों का कमरा उत्तर−पश्चिम दिशा में बनवाया जा सकता है, वहीं लड़कों के कमरे के लिए घर की उत्तरी या पूर्वी भाग में बेहतर रहती है। साथ ही, बच्चे के कमरे का मध्य भाग हमेशा खाली रखा जाना चाहिए।
ऐसा हो स्टडी रूम
वास्तु शास्त्र में हर चीज को उसके सही स्थान पर रखना बेहद आवश्यक माना गया है। दरअसल, हर चीज की अपनी एक प्रकृति होती है, ठीक उसी प्रकार दिशाओं का भी अपना एक अलग महत्व होता है। ऐसे में यदि चीजों को उनकी प्रकृति के अनुरूप रखा जाए तो वह आपके जीवन में सकारात्मकता लाने में काफी कारगर सिद्ध होती हैं। यदि आप बच्चों के लिए एक अलग से स्टडी रूम बना रहे हैं तो उसे घर के पूर्व, उत्तर या उत्तर−पूर्व दिशा में बनाना बेहतर रहता है। यह दिशाएं आपके बच्चे को अधिक एकाग्र बनाएंगी। साथ ही स्टडी टेबल को कुछ इस प्रकार स्थापित करें कि पढ़ते समय बच्चे का मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर हो। स्टडी टेबल न तो बहुत बड़ी हो और न ही बहुत छोटी। जहां तक बात बुकशेल्फ या कैबिनेट्स की है तो उसे आप पूर्व, उत्तर या उत्तर−पूर्व दिशाओं मे स्थित कर सकते हैं। कुछ अभिभावक बुकशेल्फ को स्टडी टेबल के ऊपर बनवाना पसंद करते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र में इसे सही नहीं माना जाता। ऐसा करने से बच्चा हमेशा ही तनावग्रस्त रहता है।
यूं बिछाएं बिस्तर
चूंकि बच्चे के लिए बिस्तर का प्रयोग सिर्फ सोने के लिए ही नहीं किया जाता, अपितु कई बार इस पर बैठकर वह अपने प्रोजेक्ट भी पूरा करता है। इसलिए उसका भी सही तरीके से स्थापित होना बेहद आवश्यक है। बच्चे का बिस्तर कुछ इस प्रकार बिछा होना चाहिए कि सोते समय बच्चे का मुंह दक्षिण या पूर्व दिशा की ओर हो। अगर आप बच्चे के कमरे में दर्पण का प्रयोग कर रहे हैं तो उसे कुछ इस प्रकार लगाएं कि वह बच्चों के बेड के सामने न हो। ठीक इसी प्रकार, कमरे के बाथरूम का दरवाजा भी बिस्तर के सामने नहीं होना चाहिए।
रंगों का महत्व
हर रंग का जीवन में अपना एक अलग महत्व होता है। यह आपके मूड को भी प्रभावित करते हैं। इसलिए बच्चों के कमरे में भी कुछ ऐसे रंगों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए जो उन्हें खुशी व मानसिक शांति प्रदान करते हों। वैसे वास्तु अनुसार हरा रंग बच्चे के कमरे के लिए सबसे उपयुक्त रंग माना गया है। दरअसल, हरा रंग शांति और ताजगी से जुड़ा हुआ है, इसलिए यह आपके बच्चे को भी हमेशा तरोताजा बनाए रखेगा। साथ ही इससे यह आपके बच्चे के दिमाग को भी तेज बनाने में मदद करेगा।
इन बातों का रखें ध्यान-
बच्चे के कमरे में इस्तेमाल किए जाने वाले फर्नीचर कभी भी दीवार से सटे नहीं होने चाहिए। ऐसा होने से कमरे में ऊर्जा का प्रवाह प्रभावित होता है।
बच्चों के कमरे में प्रयोग होने वाली लाइटिंग न तो बहुत अधिक तेज हो और न ही बहुत अधिक धीमी।
बच्चों के बेडरूम में कभी भी इलेक्ट्रानिक गैजेट्स जैसे टेलीविजन या कंप्यूटर का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। लेकिन वर्तमान समय में ऐसा करना संभव नहीं है इसलिए यदि आपको किसी कारणवश ऐसा करना पड़े तो टेलीविजन को दक्षिण−पूर्व कोने में रखना चाहिए। वहीं कंप्यूटर को उत्तर दिशा में रखा जा सकता है।
बच्चों के कमरे के ईशान कोण को पढ़ाई के लिए इस्तेमाल करना अच्छा रहता है। लेकिन ध्यान रहे कि इस दिशा में कभी भी कोई भारी सामान न रखा जाए।
कमरे की खिड़कियां हमेशा दरवाजे के सामने हों। खिड़कियों के लिए उत्तर या पूर्व दिशा बेहतर रहती है।
गुरुवार, 4 जून 2020
आज का पंचांग 5 जून 2020
पण्डितजी का आज के दिन के बारे में क्या कहना है -
करियर में बदलाव का प्रयास न करें। पढ़ाई से मन उचट सकता है। शरीर में आलस्य की अधिकता रहेगी। ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं, इसलिए थोड़ी सतर्कता रखनी होगी। शाम के समय जीवनसाथी की बात बुरी लग सकती है।
वृष राशि।
जानिए पण्डितजी का आज के दिन के बारे में क्या कहना है -
जीवनसाथी के प्रति केयरिंग रहेंगे। व्यापार में अच्छा लाभ होगा। पूरा दिन व्यस्त रहने वाले हैं। अधूरे कार्यों को पूरा कर लेंगे। पुराने प्रयासों का शुभ परिणाम मिलेगा। जिम्मेदारियों का अच्छी तरह निर्वहन करेंगे।
मिथुन राशि ।दाम्पत्य जीवन में मधुरता रहेगी। पारिवारिक रिश्ते प्रगाढ़ रहेंगे। स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहेगा। आपमें ऊर्जा की कमी रहेगी। कार्यों की बाधायें दूर होंगी। जॉब में चुनौतियाँ बढ़ने की आशंका रहेगी।
कर्क राशि।
परिस्थितियों का सही तरह से आकलन कर पाने में समस्या आयेगी। प्रेम-सम्बन्ध में कटुता आ सकती है। बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर कुछ चिन्ता रहेगी। निजी रिश्ते खराब हो सकते हैं। निर्णय लेने में समस्या आयेगी।
सिंह राशि।
अपने कार्यों पर पूरी तरह फोकस नहीं कर पायेंगे। कोर्ट-कचहरी के मामलों में समस्या आ सकती है। दूसरों की भावनाओं का ध्यान रखें। सम्पत्ति के विवादों का आज निपटारा कर सकते हैं। जीवन में हो रहे परिवर्तन को स्वीकारने में कठिनायी महसूस करेंगे।
कन्या राशि।सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। लम्बी दूरी की यात्रा लाभदायक रहेगी। बिजनेस पार्टनर्स के साथ सम्बन्ध प्रगाढ़ होंगे। आपको करियर में शानदार बदलाव देखने को मिल सकते हैं। आपका स्वार्थी व्यवहार लव पार्टनर को दुखी कर सकता है।
तुला राशि।
धन प्राप्ति के नये रास्ते प्राप्त होंगे। कार्यों में व्यस्तता होने के योग बन रहे हैं। जॉब में स्वास्थ्य की समस्याओं के कारण अवरोध आ सकता है। पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे। आज दिन भर व्यस्तता के कारण प्रोफेशनल और दाम्पत्य जीवन में सन्तुलन बैठाने में कठिनायी महसूस होगी।
वृश्चिक राशि।
आज काफी उत्साहित और सकारात्मक ऊर्जा से युक्त रहेंगे। कठिन कार्यों को आसानी से कर लेंगे। नौकरी में मनचाही परिस्थितियाँ मिलेंगी। शत्रु कमजोर रहेंगे। पुरानी बातों को भूलकर आज आगे बढ़ना बेहतर होगा।
धनु राशि।
नकारात्मक लोगों के सम्पर्क में आने से बचें। दिनचर्या थोड़ी अनिश्चित रहेगी। ऐसे काम करने पड़ सकते हैं जिसके बारे में सोचा भी न था। शाम के समय रोमांटिक मूड में रहेंगे। कारोबार में कुछ कठिनायी आ सकती है।
मकर राशि।
सेहत को लेकर सचेत रहेंगे। आपकी सामाजिक छवि उत्कृष्ठ रहेगी। लोग आपके विचारों से प्रभावित रहेंगे। कारोबार में शानदार लाभ होगा। किसी बीमारी से मुक्ति मिलेगी। लव लाइफ में पार्टनर के व्यवहार से अभिभूत रहेंगे।
कुम्भ राशि।
महिलाओं को आज घर पर काफी काम करना पड़ेगा। अपने रिश्तों को पर्याप्त महत्व दें। विदेश में रह रहे परिजनों और शुभचिन्तकों की कुशल क्षेम लेंगे। अपने आत्मविश्वास को कम न होने दें। घर पर मनोरंजन के लिये आज कोई फिल्म देखेंगे।
मीन राशि।
अनावश्यक विवाद होने के योग बन रहे हैं। कुछ नयी तकनीक सीखने का प्रयास कररेंगे। इस समय आपको अपने घर-परिवार को समय देना चाहिये। वरिष्ठ अधिकारी आपसे बेहद प्रसन्न रहेंगे। विद्यार्थियों को पढ़ाई में सफलता मिलेगी।
आपका दिन मंगलमय हो।
बुधवार, 20 मई 2020
राजनीति के कुरुक्षेत्र में छिड़ गया युद्ध फिर आज
शुक्रवार, 24 जनवरी 2020
इस बसंत पंचमी को बन रहा है यह विशेष योग करे यह कार्य। ..
इस बसंत पंचमी को बन रहा है यह विशेष योग करे यह कार्य। ..
30 जनवरी 2020 माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी का पर्व मान्य जायेगा / हिन्दू मान्यता के अनुसार इस तिथि का विशेष महत्व तो है ही बार बसंत पंचमी कुछ विशेष योग को लिए हुए भी है माँ सरस्वती को विद्या के देवी कहा जाता है और इस बार बसंत पंचमी को सर्वार्ध सिद्ध योग के साथ सिद्ध योग भी बन रहा है / इस दिन गुरुवार व उतराभाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि योग बनेगा। इसी दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा। दोनों योग रहने से वसंत पंचमी की शुभता में और अधिक वृद्धि होगी।
हिन्दू पंचांग में कुछ ऐसे मुहूर्त होते है जो स्वयं में सिद्ध होते है ऐसे महूर्त में आप कई महत्वपुर्ण कार्यो का आरम्भ कर सकते है ऐसे ही बसंत पंचमी के दिन वाग्दान, विद्यारंभ, यज्ञोपवीत आदि संस्कारों व अन्य शुभ कार्यों को कर सकते है /
बसंत पंचमी को बन रहा यह संयोग
इस बसंत पंचमी शुक्ल पक्ष माघ मास को कुछ विशेष योग संयोग भी बन रहा है / क्योंकि वर्षो के बाद तीन ग्रह अपनी राशि में स्थित होने / जहा गुरुदेव बृहस्पति खुद की धनु राशि में होंगे वही सेनापति मंगल अपनी ही वृश्चिक राशि में स्थित होंगे / न्याय के देवता शनि देव मकर में आ चुके होंगे /
मांगलिक कार्यो के अनुसार या योग व ग्रहो की स्थित बड़ी ही शुभ मानी गई है /
पंचमी तिथि कब है
अलग अलग पंचांगों के अनुसार कुछ में पंचमी तिथि को 29 जनवरी तो कुछ पंचांगों में पंचमी तिथि 30 जनवरी की कही जा रही है / जबकि बुधवार को पंचमी तिथि 10 :46 मिनट पर सुबह शुरू होगी और गुरुवार को पंचमी तिथि दोपहर 1 :20 मिनट तक ही रहेगी / अतः धर्मसिंधु आदि ग्रंथों के अनुसार यदि चतुर्थी तिथि विद्धा पंचमी होने से शास्त्रोक्त रूप से 29 जनवरी बुधवार को वसंत पंचमी मनाना श्रेष्ठ रहेगा।
सरस्वती पूजन का महत्व
बसंत को ऋतुओ का राजा कहा है और इस दिन ही ज्ञान और बुद्धि की देवी माँ सरस्वती के प्राकट्य दिवस के रूप में भी मनाया जाता है / इस दिन विशेषकर माँ सरस्वती और भगवान विष्णु की पूजा अर्चना कर ज्ञान और बुद्धि के रूप में आशीर्वाद प्राप्त करते है / इस मौके पर विशेष कर विद्यार्थी , स्कूल और गायन के क्षेत्र के लोग लेखनी और अपने वाद्य यंत्रो की पूजा आदि करते है/